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Nobel Prizes 2019 : नोबेल पुरस्कार

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Nobel Prizes 2019 : नोबेल पुरस्कार अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2019 नोबेल शांति पुरस्कार 2019 Nobel Prizes - Prize Announcement Dates
नोबेल शांति पुरस्कार 2019
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नॉर्वे की नोबेल पुरस्कार समिति ने राजधानी ओस्लो में 2015 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए ट्यूनीशिया के सामाजिक संगठनों के समूह 'नेशनल डायलॉग क्वार्टेट' को चुना है। नोबेल पुरस्कारों में केवल शांति पुरस्कार की घोषणा ओस्लो में की जाती है। इस क्वार्टेट को यह पुरस्कार ट्यूनीशिया में लोकतंत्र की स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है।
2011 में ट्यूनीशिया में हुए 'जैस्मिन रिवॉल्यूशन' के बाद वहां हुई राजनीतिक हत्याओं और बड़े पैमाने पर फैली अस्थिरता के बीच इस क्वार्टेट का गठन 2013 में किया गया था.
देश में विद्रोह के कारण सरकार काम नहीं कर पा रही थी। देश जब गृहयुद्ध की कगार पर था, उस समय इस समूह ने एक वैकल्पिक, शांतिपूर्ण राजनीतिक प्रक्रिया की शुरुआत की।
इस क्रांति के बाद ही अरब देशों में लोकतांत्रिक आंदोलनों वाले अरब वसंत की शुरुआत हुई थी.
राजनीतिक उथल-पुथल और सामाजिक विद्रोह के बीच इस क्वार्टेट ने शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विकास में मध्यस्थ के रूप में पहल की।
ट्यूनीशिया में अरब विद्रोह की शुरुआत के बाद वहां के शासक अल आबदीन बेन अली को जनवरी 2011 में सत्ता से हटना पड़ा था, लेकिन इसके बाद कुछ वर्षों तक वहां राजनीतिक संकट चलता रहा।
इस क्वार्टेट ने निरंकुश शासक अल आबदीन बेन अली के पतन के बाद 2013 में देश को राजनीतिक गतिरोध से बाहर निकालने के लिए समझौता वार्ता की.
ट्यूनीशिया की इस नेशनल डायलॉग क्वार्टेट में चार सामाजिक संगठन शामिल हैं:
1. ट्यूनीशिया जनरल लेबर यूनियन
2. ट्यूनीशिया कन्फेडेरेशन ऑफ़ इंडस्ट्री, ट्रेड एंड हैंडीक्राफ्ट
3. ट्यूनीशिया ह्यूमन राइट लीग
4. ट्यूनीशियन ऑर्डर ऑफ़ लॉयर्स

अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार 2019 : Nobel Prizes 2019 : नोबेल पुरस्कार

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स्कॉटलैंड में जन्मे ब्रिटेन के अर्थशास्त्री 69 वर्षीय एंगस डीटॉन (69) को उपभोग, गरीब और कल्याण के विषय पर उनके शोध कार्यों के लिए इस वर्ष अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने का निर्णय किया गया है.
रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार, ‘व्यक्तियों के उपभोग के निर्णय और पूरी अर्थव्यवस्था के लिए उसके परिणाम के बीच संबंधों पर जोर देने वाले एंगस डीटॉन के शोध कार्य आधुनिक अर्थशास्त्र, समष्टि अर्थशास्त्र और विकास-अर्थशास्त्र का कायाकल्प करने वाले हैं.'
डीटॉन का जन्म 1945 में एडिनबरा में हुआ और वर्तमान में वह अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में अध्यापन कार्य करते हैं.
उनके पास अमेरिका और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता है।
डी-टॉन का शोध कार्य तीन केंद्रीय प्रश्नों के इर्द-गिर्द केंद्रित है:
1. उपभोक्ता अपने खर्च को अलग-अलग वस्तुओं पर किस तरह बांटते हैं
2. समाज अपनी आय का कितना खर्च करता है और कितना बचाता है
3. कल्याण व गरीबी का श्रेष्ठ आकलन व विश्लेषण कैसे करेंगे
डीटॉन के इस शोध कार्य से विशेषकर भारत सहित दुनिया भर में गरीबी को आंकने के तरीके को नए सिरे से तय करने में मदद मिली।
डीटॉन के अनुसंधान ने अन्य अनुसंधानकर्ताओं व विश्व बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों को बताया कि मूल बुनियादी स्तर पर गरीबी को किस तरह से समझा जाए.
उनका काम यह दिखाता है कि व्यक्तिगत व्यवहार किस तरह से व्यापक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है.
अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार मूल नोबेल पुरस्कारों में शामिल नहीं था। स्वीडन के केंद्रीय बैंक ने अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में इसे (Sveriges Riksbank Prize) 1968 में शुरू किया था.
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Hindi News / Author & Editor

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